Saturday 12 September 2015

अधिस्कृति कमेटियों में फेरविचार करके उर्दू पत्रकारों को भी शामिल किया जाए-

महाराष्ट्र उर्दू पत्रकार संघ  की मांग.औरंगाबाद और बुलढाणा में दिए गए निवेदन
औरंगाबाद ११ सितम्बर २०१५ को महाराष्ट्र उर्दू पत्रकार संघ की विभागीय अधिस्कृति कमेटियों में उर्दू पत्रकारों को भी शामिल किया जाये.इस तरह की मांग को लेकर औरंगाबाद बुलढाणा में राज्ये के मुख्यमंत्री,राजयपाल को निवेदन भेजा गया.

हर साल की तरह इस साल भी शासन द्वारा अधिस्कृति कमेटियां गठित की गयी.इन कमेटियों में मराठी हिंदी इंग्लिश पत्रकारों को शामिल किया गया. राज्ये में उर्दू अखबारों की और उर्दू पत्रकारों की भी कमी नहीं है.ऐसे उर्दू पत्रकार भी हैं जो अधिस्कृति धारक हैं.उस के बावजूद राज्ये में अधिस्कृति कमेटियों में उर्दू पत्रकारों को नज़र अंदाज़ किया गया. महाराष्ट्र उर्दू पत्रकार संघ की यह मांग है के अगर शासन अधिस्कृति कमेटियों में उर्दू पत्रकारों को भी शामिल करती है तो यह उर्दू पत्रकारों के साथ इंसाफ होगा. जिस तरह शासन हर भाषा के पत्रकारों के साथ इंसाफ करती है.उसी तरह उर्दू पत्रकारों के साथ भी इंसाफ करे.

इसी मांग को लेकर प्रदेश अध्यक्ष जमील अहमद शेख और राज्ये कमिटी के आदेश पर औरंगाबाद बुलढाणा में आयुक्त व सह आयुक्त मार्फ़त मा.मुख्यमंत्री और राज्यपाल महोदय को निवेदन दिया गया.
औरंगाबाद में विभागीय सह आयुक्त मा.विजय कुमार फड़ साहेब को निवेदन देते वक़्त जिल्हा अध्यक्ष सय्यद वसीम खतीब,जिल्हा उपाध्यक्ष क़ाज़ी नुरोद्द्दीन,सचिव सय्यद फारूक,जिल्हा संघटक अब्दुल रहीम,सदस्य राहील चिश्ती,अज़हर पठान.पैठण तालुका अध्यक्ष अज़मत पठान,राज्ये सल्लाहगार अब्दुल क़य्यूम,व सभी सदस्य मौजूद थे. उसी तरह बुलढाणा में जिल्हा अध्यक्ष साबिर अली के नेतृत्व में जिल्हा कमिटी के कासिम खलील, तंज़ीम हुसेन ने निवेदन दिया.